Magnetic Tape
- मैग्नेटिक टेप को डेटा स्टोर करने के लिए काफी पुराने समय से किया जाता था
- इसकी लागत बहुत कम आती है लेकिन इसकी संग्रहण की क्षमता ज्यादा होती है
- चुंबकीय टेप चुंबकीय सामग्री से लेपित प्लास्टिक की एक पतली लंबी, संकीर्ण पट्टी होती है।
- मैग्नेटिक टेप की संग्रहण क्षमता 100 mb से 200 जीबी तक होती है इसमे डेटा को संग्रहीत करने के लिए रिबन के एक तरफ का उपयोग किया जाता है ।
- रिबन की चौड़ाई 4 मिमी से 1 इंच तक होती है।
- जिस पर डेटा को संग्रहीत करने के लिए चुंबकीय ऑक्साइड द्वारा लेपित किया जाता है ।
- मैग्नेटिक टेप मे डेटा को पढ़ना/लिखना बहुत धीमी गति से होता है क्योंकि यह एक अनुक्रमिक संग्रहण होता है ।
- मैग्नेटिक टेप स्थायी संग्रहण का कार्य करती है बिजली की आपूर्ति बंद होने पर डेटा नष्ट नहीं होता है ।
- मैग्नेटिक टेप का उपयोग ज्यादातर बैकअप मेमोरी के रूप में किया जाता है।
History of Magnetic Tape
- पहला चुंबकीय टेप 1951 में जे. प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौचली द्वारा बनाए गए कंप्यूटर UNIVAC I (यूनिवर्सल ऑटोमैटिक कंप्यूटर I) में इस्तेमाल किया गया था।
- मेनफ्रेम कंप्यूटर मे इसका उपयोग बहुत होता था
- मनोरंजन और विज्ञान जैसे कुछ उद्योगों में, बड़ी फ़ाइलों को संग्रहीत करने के लिए चुंबकीय टेप का उपयोग किया गया है।
मैग्नेटिक टेप के लाभ
- बड़ी फ़ाइलों को संग्रहीत करने के लिए चुंबकीय टेप का भी उपयोग किया जा सकता है।
- मैग्नेटिक टेप को संभालना काफी आसान और सुविधाजनक है।
- इसका उपयोग डिस्क फ़ाइल की एक प्रति रखने के लिए किया जा सकता है।
- इसमें संग्रहित डेटा को मिटाकर नये डेटा और सूचनाओं को दोबारा संग्रहित किया जा सकता है।
- यह बैकअप प्रदान करता है.
- यह एक सस्ती मेमोरी है जो बाजार में बहुत कम कीमत पर उपलब्ध है।
- इसकी स्टोरेज क्षमता 100Mb से 200 GB तक है।
- मैग्नेटिक टेप की लाइफ बहुत लंबी होती है इसलिए इसका उपयोग ऐसे डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है जिसे हमें लंबे समय तक रखना होता है।
मैग्नेटिक टेप के नुकसान
- इसमें संग्रहीत डेटा को सीधे एक्सेस नहीं किया जा सकता है।
- इसमें डेटा को क्रमबद्ध तरीके से एक्सेस किया जाता है, जिससे सर्च करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
- यह थोड़ा धीमा है क्योंकि डेटा को क्रमिक रूप से एक्सेस किया जाता है।
- इसमें बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है.
- इससे स्टोरी डेटा अपडेट करना मुश्किल हो जाता है.
- इसके लिए धूल रहित वातावरण की आवश्यकता होती है।
Q. चुंबकीय टेप के उदाहरण क्या हैं?
Ans :- 1928 में फ्रिट्ज़ पफ़्लेउमर ने विकसित किया
Q. चुंबकीय टेप कितने समय तक रहता है?
Ans :- जीवनकाल लगभग दस से बीस वर्ष है
Q . चुंबकीय टेप क्या है और इसके प्रकार?
Ans :- चुंबकीय टेप दो रूपों में उपलब्ध है - टाइप ए और टाइप बी ।