- सॉफ़्टवेयर एक प्रोग्राम और निर्देशो का समूह होता है जिसे कंप्यूटर के समझने योग्य भाषा में लिखा जाता है इन निर्देशों की सहायता से कंप्यूटर में कार्य किया जाते है इसे ही सॉफ़्टवेयर कहा जाता है.
- सॉफ़्टवेयर निर्देशों, डेटा या प्रोग्रामों का एक सेट है जिसका उपयोग कंप्यूटर को संचालित करने और विशिष्ट कार्यों को निष्पादित करने के लिए किया जाता है।
- सॉफ़्टवेयर एक आभासी होते है इनका भौतिक अस्तित्व नहीं होता है.सॉफ़्टवेयर को हम देख सकते है परन्तु छू नहीं सकते है.
- कंप्यूटर का वह भाग जिसे हम छू सकते है हार्डवेयर कहलाता है.
- सॉफ़्टवेयर के बिना एक कंप्यूटर एक डब्बे की तरह होता है जिसका कोई उपयोग नहीं होता है जब कंप्यूटर में विभिन्न सॉफ़्टवेयर डाले जाते है तो वह उपयोग करने योग्य होता है .
- हार्डवेअर में अलग - अलग सॉफ़्टवेयर डाल कर उसके द्वारा अलग - अलग कार्य करवायें जाते है जैसे MS- एक्सेल से किसी डेटा का विश्लेषण किया जाता है वही पर MS- पॉवरपॉइंट के द्वारा किसी प्रॉजेक्ट के स्लाईड शो बनाने के लिये उपयोंग किया जाता है.
- उदाहरण के लिये किसी वेब् ब्राउज़र पर किसी वेबसाईट के वेब् पेज पर कोई पोस्ट पढ़ना भी एक सॉफ़्टवेयर है
- चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) के एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine ) में बरनौली नंबर की गणना करने के लिए ऐडा लोवलेश (Ada Lovelace) ने 19 वीं शताब्दी में पहला कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम लिखा था । ऐडा लोवालेश को प्रथम कंप्यूटर प्रोग्रामर भी माना जाता है ।
उपयोग के आधार पर सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते हैं -
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)
3. यूटिलिटी सॉफ्टवेयर (Utility Software)
1. सिस्टम सॉफ़्टवेयर (System Software)
- सिस्टम सॉफ़्टवेयर वो होते है जो कंप्यूटर के हार्डवेयर और संसाधनों को नियत्रित करते है जिनसे कंप्यूटर पर कार्य किया जाता है
- ये कंप्यूटर हार्डवेयर पार्ट्स को नियत्रित करके उनसें कम्यूनिकेट करते है
1. Operating System
2. Device Driver
3. Language translator
2. Device Driver
3. Language translator
4. Utility Software
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System)
ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण निम्न हैं .
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System)
- इसके माध्यम से ही कंप्यूटर पर कार्य किया जाता है यह कंप्यूटर के शुरू होने से ही कार्य करता है.
- ऑपरेटिंग सिस्टम एक System Software है जो device और user के बीच Interface का काम करता है। जब कंप्यूटर को On किया जाता है तो सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम लोड होता है। उसके बाद ही हम अलग-अलग ऐप्लकैशन का उपयोग कर पते है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण निम्न हैं .
1. Windows OS
2. Mac OS
3. Linux
4. UBUNTU
5. Android
1. BIOS (Basic Input/Output System) Device Driver
2. USB (Universal Serial Bus) Drivers
3. Motherboard Drivers
4. Display Drivers
5. Printer Drivers
6. Sound Card Driver
7. ROM (Read-only memory) Drivers
8.VGA (Video Graphic Array) Drivers
2. Mac OS
3. Linux
4. UBUNTU
5. Android
Device Driver
- डिवाइस ड्राइवर एक सॉफ़्टवेयर होते है ये अलग- अलग हार्डवेयर के लिए अलग- अलग होते है किसी दूसरे हार्डवेयर के लिए ये कार्य नहीं करते है .
- ये एक विशिष्ट हार्डवेयर के उपकरणों को ही निंयत्रित करते है
- जब कंप्यूटर से कोई उपकरण जैसे प्रिंटर ,माउस , कीबॉर्ड आदि को जोड़ा जाता है तो इनके डिवाइस ड्राइवर को इंस्टॉल करना होता है उसके बाद ही ये उपकरण उचित कार्य करते है .
- जब कोई उपकरण कंप्यूटर से जोड़ा जाता है तो उसके ड्राइवर इंस्टॉल करने होते हैं जिस से कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम को यह पता चल सके कि उपकरण को कैसें नियंत्रित या प्रतिबंधित करना है .
2. USB (Universal Serial Bus) Drivers
3. Motherboard Drivers
4. Display Drivers
5. Printer Drivers
6. Sound Card Driver
7. ROM (Read-only memory) Drivers
8.VGA (Video Graphic Array) Drivers
Language Translator
- जब कंप्यूटर को कमांड दी जाती है तो कंप्यूटर उस दी गई कमांड के अनुसार कार्य करता है और आउटपुट देता है
- जो कमांड दी जाती है वह किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखें कोड या इंस्ट्रक्शन होते है इस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखें कोड या इंस्ट्रक्शन को कंप्यूटर समझ नहीं पाता है
- प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में लिखें कोड या इंस्ट्रक्शन को Language Translator के द्वारा कंप्यूटर की भाषा मशीन लैंग्वेज में ट्रांसलेट किया जाता है जिससे कंप्यूटर इसे समझ सके और आगे प्रॉसेस किया जा सके
Language Translator निम्न प्रकार के होते है
1.Compiler
2.Interpreter
3.Assemblers
Utility software
- ऐसे सॉफ़्टवेयर जो कंप्यूटर की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायता करते है इनको सहायक प्रोग्राम भी कहा जाता है
- ये कंप्यूटर को कार्यशील बनाते है जिससे कंप्यूटर की परफॉरमेंस में सुधार होता है
- Utilities सॉफ़्टवेयर अपने विशिष्ट कार्य के अनुसार अलग -अलग होते है यह OS के साथ एक टूल किट के रूप में आते है।
उदाहरण
- Antivirus
- Data Backup
- Data Recovery
- Firewall
- Disk Defragmentation
- System Diagnosis .
2 . Application software
- इस प्रकार के सॉफ़्टवेयर का एक विशेष कार्य के लिए उपयोग किया जाता है इसका उपयोग उपयोगकर्ता विशेष कार्य करने के लिए ही कर सकता है जैसे माइक्रोसॉफ़्ट ऑफिस में word का उपयोग कोई दस्तावेज तैयार करने में होता है वही पॉवर पॉइंट का उपयोग कि प्रोजेक्ट का स्लाइड शो बनाने में किया जाता है इसी प्रकार ऑडियो और वीडियो फाइल के लिए VLC जैसे मीडिया प्लेयर का उपयोग किया जाता है
- एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर कार्य के आधार पर सिस्टम सॉफ़्टवेयर से भिन्न होते है
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के उदहारण है:-
- Microsoft Office
- Adobe Photoshop
- Tally
- VLC Media Player
3.Utility software
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग कंप्यूटर का विश्लेषण और रखरखाव करने के लिए किया जाता है।
- इस प्रकार के सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम को कार्य करने में मदद करते है और कंप्यूटर कि कार्य क्षमता को बढ़ाते है .
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर विभिन्न प्रकार के होते है जो कंप्यूटर सिस्टम के प्रदर्शन, सुरक्षा और कार्यक्षमता को बेहतर बनाने के लिए विशिष्ट कार्य करते है।
- एंटीवायरस, बैकअप सॉफ़्टवेयर, फ़ाइल मैनेजर और डिस्क कम्प्रेशन टूल सभी उपयोगिता सॉफ़्टवेयर हैं।