डार्क वेब (what is Dark web in hindi )

Preeti Kumawat
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डार्क वेब क्या होता है ?

Dark web in Hindi 


  • डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे सर्च इंजन पर इंडेक्स नही किया जाता है । 
  • इंटरनेट का जितना हिस्सा हम इस्तेमाल करते हैं वह केवल कुल इंटरनेट का मात्र 4% ही है और जो इंटरनेट का 96 % हिस्सा जिसे हम इस्तेमाल नही कर सकते है उसे डार्क वेब कहते है। 
  •  बचा हुआ शेष 4%हिस्सा जिसका हम इस्तेमाल करते है उसे सरफेस वैब कहते है ।


डार्क वेब को कैसे एक्सेस करे ?


  • डार्क वेब को एक्सेस करने के लिए IP एड्रेस बदल को बदल कर एक खास ब्राउजर का उपयोग करना होता है। 
  •  जिसमे VPN ओर कई Anonymity tools का इस्तेमाल करके डार्क वेब की सर्फिंग की जाती है  और इसके लिए आपको एक विशेष प्रकार की ब्राउजर TOR ब्राउजर का उपयोग करना होगा । 
  • डार्क वेब एक ऐसी दुनिया है जहा काले धंधों को और सभी प्रकार की  गैर कानूनी , अवैध कामों को अंजाम दिया जाता है । 
  • डार्क वेब का एक्सेस संगठनों और व्यक्तियों द्वारा संचालित टोर, फ्रीनट, आई 2 पी और राइफल जैसे बड़े, लोकप्रिय नेटवर्क पर होता  हैं।


डार्क वेब पर क्या होता है ?


  • इसमें बेहद की खतरनाक कार्य जैसे कि ड्रग्स स्मगलिंग, हथियार की खरीददारी ,मानव तस्करी, हैकिंग आदि खतरनाक कार्य किए जाते है । 
  • डार्क वेब पर कितनी वेबसाइट मौजूद है कोन इनका ऐक्सेस करता है यह पता लगाना मुश्किल है । 
  • डार्क वेब पर  डीलर किसी भी प्रकार की खरीददारी करने के लिए क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करते है जिसे ये पता लगाना मुश्किल हो जाता है की भुगतान किस के द्वारा किया जा रहा है  एवं  किसे किया जा रहा है ।
  • डार्क वेब पर पर वेबसाइटों के डोमैन नेम सिक्योर और एंक्रिप्टेड होते है । 
  • इनमे वेबसाइटों के डोमेन .Onion होते है ।






डार्क वेब की शुरुआत कैसे हुई ?


  • इसकी शुरुआत अमेरिका ने 90 के दशक में की थी अमेरिकी सेना द्वारा स्मपूर्ण विश्व में अपने एजेंट्स या जासूस तैनात कर रखे थे 
  • उन एजेंट्स से खुफिया जानकारी और रिपोर्ट शेयर करने के लिए अमेरिका ने डार्क वेब की स्थापना की ।
  • डार्क वेब का कम लोगों के पास एक्सेस होता था तो सूचनाएं लीक हो सकती थी ।
  • अमेरिका ने डार्क वेब पर उपलब्ध सूचनाओं की  anonymity के लिए डार्क वेब को आम जनता के लिए उपलब्ध करवा दिया जिस से ज्यादा यूजर होने से गुप्त सूचनाओं का पता लगाना मुश्किल था ।


  • डार्क वेब को  कभी भी उपयोग में ना ले इसको एक्सेस करने से बचना चाहिए  इस पर हमेशा खुफिया एजेंसियों की निगरानी रहती है । 
  • इस पर आपके द्वारा की गई सर्फिंग को ट्रेक किया जा  सकता है और आपको अवैध सर्फिंग करने के लिए गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
  • डार्क वेब पर एक्सेस करने से आपके ऊपर मैलवेयर का अटैक भी हो सकता है और कई प्रकार के वायरस भी आपके कंप्यूटर, मोबाइल में आ  सकते है । तथा आप हैकिंग का शिकार भी हो  सकते है ।
  • दुनियाभर भर में होने वाले गैरकानूनी और गलत काम की प्लानिंग वहीं होती है. इसके अलावा व्हिसलब्लोअर भी इसका इस्तेमाल करते हैं. 
  • खोजी पत्रकार और सरकार-कॉरपोरेट के घोटालों को उजाकर करने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करते हैं । 
  • डार्क वेब का इस्तेमाल करना अवैध नहीं है. यहां कोई भी पहुंच सकता है, लेकिन डार्क वेब का इस्तेमाल गैरकानूनी कामों के लिए नहीं होना चाहिए. 


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